फौज जंग लड़ने के लिए ही होती है। पर पाकिस्तानी रोज का असली काम व्यापार है। डबल रोटी, कॉर्नफ्लेक्स बनाए से ले कर फिल्म बनाने से खेती और व्यापार तक करती है।
कश्मीर में भारत के अनुच्छेद ३७० को हटाने के बाद पाकिस्तान फौज के नीचे से जमीन खिच गई है। उनकी समझ में नहीं आ रहा कि क्या करें। पाकिस्तानी फौज का सबसे बड़ा डर यह है कि अवाम या राजनीतिज्ञ नेता यह ना कह दे कि जाओ भारत से युद्ध जीत के दिखाओ। क्योंकि यह कर पाना पाकिस्तानी फौज के लिए असम्भव है।
आयशा सिद्दकी एक पाकिस्तानी सैन्य वैज्ञानिक, एक राजनीतिक टिप्पणीकार और एक लेखक हैं, जिन्होंने कई किताबे लिखी है, ने एक साक्षात्कार में यह बताया।
आंतकवाद पर भी उन्होंने खुलासा किया कि शायद फौज अमरीका ओर ईरान के खराब होते संबंधों का इंतजार कर रही है ताकि वह आंतकवादीयों को ईरान पर छोड़ दे।
कश्मीर में इस्लामिक रूढ़िवाद के उठते कदमों के बारे में भी उन्होंने आगाह किया।
आयशा जी का पूरा साक्षात्कार यहां देखें: