जिहाद’ मुंशी प्रेमचंद की कहानी

खजानचंद ने मृत्यु को स्वीकार किया पर नहीं बना मुसलमान -मुंशी प्रेमचंद बहुत पुरानी बात है। हिंदुओं का एक काफिला अपने धर्म की रक्षा के लिए पश्चिमोत्तर के पर्वत-प्रदेश से…

कौन है यह लोग जो डरा कर नागरिकता मांग रहे हैं?

विडंबना यह है कि सार्वजनिक संपत्ति जो कि करदाताओं के पैसे बनी है, उसे जनता द्वारा क्षतिग्रस्त किया जा रहा है। पर एक मिनट क्या यह वाकई में जनता है…