फिनलैंड की सना मारिन 34 साल की उम्र में दुनिया की सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री बनी हैं।
परिवहन मंत्री को उनकी सामाजिक लोकतांत्रिक पार्टी द्वारा अपने नेता एंटनी रिने के बाद पीएम पद से हटा देने के बाद चुना था। उन्होंने रविवार को शपथ ली।
वह चार अन्य दलों के साथ एक केंद्र-वाम गठबंधन का नेतृत्व करेंगी, जिसमें सभी महिलाएं हैं, जिनमें से तीन 35 से कम उम्र की हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री रिन्ने ने एक डाक हड़ताल से निपटने पर गठबंधन के सदस्य का विश्वास खो देने के बाद पद छोड़ दिया।
जब वह कार्यभार संभालेगी, तो सुश्री मारिन दुनिया की सबसे कम उम्र की प्रधान मंत्री होंगी। न्यूजीलैंड की पीएम जैकिंडा अर्डर्न 39 वर्ष की हैं। जबकि यूक्रेनी प्रमुख ओलेक्सी होन्चेरुक 35 वर्ष की हैं।
प्रधानमंत्री पद के लिए चुने जाने के बाद मारिन ने कहा कि मैंने अपनी उम्र या लिंग के बारे में कभी नहीं सोचा। मैं मेरे राजनीति में आने के कारणों और उन चीजों के बारे में सोचती हूं, जिनके लिए मतदाताओं ने हम पर भरोसा जताया है।
इन दिनों फिनलैंड राजनीतिक स्थिरता के दौर से गुजर रहा है। इसकी शुरुआत डाक कर्मचारियों की हड़ताल से हुई। हालांकि यह 27 नवंबर को समाप्त हो गई, लेकिन अभी तक यह अस्थिर रहा है। दरअलस, 700 डाक कर्मचारियों की मजदूरी में कटौती की योजना पर कई हफ्तों के राजनीतिक संकट के बाद रिन्ने ने पद छोड़ दिया था। इस हड़ताल के बाद निष्क्रियता के कारण साउली निनीस्तो ने अपना विश्वास खो दिया।
कौन हैं सना मारिन?
मारिन का जन्म 16 नवंबर 1985 को फिनलैंड में हुआ था। मारिल समान लिंग वाले पार्टनर की संतान हैं।
वर्ष 2012 में उन्होंने प्रशासनिक विज्ञान में टैम्पियर विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की। इसके बाद वह राजनीति में सक्रिय हुईं। वर्ष 2015 में वह संसद सदस्य के रूप में निर्वाचित हुईं। 2017 में उन्हें सिटी काउंसिल में चुना गया। पहली बार वह 2019 में सरकार में शामिल हुईं। इस सरकार में वह परिवहन व संचार मंत्री बनीं थी।