भारत में सार्वजनिक बहस केंद्र सरकार द्वारा अपनी विशेष स्थिति के कश्मीर को छीनने के फैसले के साथ-साथ राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के लिए जोर शोर से चल रही है। परन्तु इस कदम का धुर विरोध अगर कोई कर रहा है तो वह पाकिस्तान है।
हाल ही में एक पाकिस्तानी रक्षा विशेषज्ञ ने कहा कि भारत में पाकिस्तान से सहानुभूति रखने वाले कई लोग हैं। पाकिस्तानी राजनेता, पत्रकार और भू-रणनीतिकार मुशाहिद हुसैन पाकिस्तानी न्यूज चैनल जियो टीवी पर एक बहस में दिखाई दे रहे थे, जब उन्होंने टिप्पणी की कि लेखक अरुंधति रॉय, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और कांग्रेस जैसे राजनीतिक लोगों को पाकिस्तान का “हमदर्द” बताया हैं। ।
न्यूज़ एंकर से जब पूछा गया कि कश्मीर में उन लोगों के दुख कैसे खत्म होंगे, तो हुसैन ने कहा कि भारत एक बड़ा राष्ट्र है और हर कोई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन नहीं करता है।
“हमें एक गंभीर और निरंतर तरीके से इस [कश्मीर] मुद्दे पर संपर्क करना होगा। और यह एक लंबी लड़ाई है। भारत एक बहुत बड़ा देश है। और भारत के कई लोग आपके साथ सहानुभूति रखते हैं, जैसे अरुंधति रॉय, ममता बनर्जी, कांग्रेस पार्टी। , कम्युनिस्ट पार्टी, दलित दल। सारा भारत मोदी के साथ नहीं है,” हुसैन ने कहा।
इस बातचीत को यहां देख सकते है:
अभी कल ही एक और खुलासा हुआ था जब पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा था कि 2016 में आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद उन्होंने कॉलमनिस्ट शोभा डे से जम्मू-कश्मीर में जनमत संग्रह के पक्ष में वकालत करवाई और उन्होंने इसके पक्ष में एक लेख लिखा था। इस बारे में दैनिक जागरण में यहां पढ़े।