लोक सभा चुनाव 2019:
17 वीं लोक सभा के चुनाव में भाजपा न जोर शोर से दिल्ली में सभी सातों सीटों पर विजय प्राप्त की। मतगणना की अंतिम स्थिति इस प्रकार रही:
सार यह कि कांग्रेस व आप मिल कर भी भाजपा को हराने में सक्षम नही थी।
आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार आतिशी को पूर्वी दिल्ली में कांग्रेस उम्मीदवार अरविंदर सिंह लवली के 24.4% वोटों की तुलना में सिर्फ 17.4% वोट मिले। पूर्वोत्तर दिल्ली में आप के दिलीप पांडेय को कांग्रेस उम्मीदवार लीला दीक्षित के 28.9% वोटों के मुकाबले 13% वोट मिले। दोनो पार्टियों में स्पष्ट रूप से अधिक अनुभवी कांग्रेस पार्टी द्वारा ज्यादा वोट पाया जाता है।
पूर्वी दिल्ली के जाकिर नगर, बटला हाउस, ओखला विहार, नूर नगर, शाहीन बाग और अबुल फजल जैसे क्षेत्रों में मुस्लिम मतदाताओं का झुकाव कांग्रेस तरफ दिख रहा है।
पूर्वोत्तर दिल्ली के सीलमपुर, जाफराबाद, मौजपुर, मुस्तफाबाद जैसे क्षेत्रों के मतदाताओं ने भी कांग्रेस को भाजपा के खिलाफ अपना विकल्प माना। क्या इसका मतलब यह है कि आप ने दिल्ली में मुसलमानों के साथ अपना मिडास टच खो दिया है?
2014 के 16वी लोक सभा के लिए 400 से ज्यादा प्रत्याशियों के साथ उतरने वाली आम आदमी पार्टी इस बार 2019 में कुल 18 सीटो पर लड़ी ओर कुल एक सीट जीत पाई। व3ह सीट थी संगरूर पंजाब से भगवंत मान की। मिलिए मान जी से:
(चित्र साभार ht हिंदुस्तान डॉट कॉम)
कांग्रेस की तरह तुष्टिकरण ओर बांटो ओर वोट पाओ की राजनीति करने वाली आप अब ढलान पर है। क्या यह अगले साल राज्य के चुनाव में फिर कोई स्थान पा पाएगी? कांग्रेस की वापसी से ऐसा मुश्किल लगता है।