महागठबंधन के सच क्या है?
पहले महांगठबंधन का शौचालय देखिये:
क्या हमलोगों ने कभी सोंचा है….
देश मे जितनी भी समस्याए है उनमे से कोई एक भी नहीं जो इन 5 साल में पैदा हुई हो .. कुछ कम हुई होगी कुछ एक बढ़ गयी होंगी ..
गरीबी पहले से है
कभी उसे दूर करने के लिए कोई महागठबंधन बना ??
नहीं ।।
बेरोजगारी पहले से है
कभी रोजगार के लिए कोई महागठबंधन बना ??
नहीं ।।
किसानों की समस्या पहले भी थी
कभी उस से लड़ने के लिए कोई महागठबंधन बना ??
नहीं ।।
भ्र्ष्टाचार देश को खाये जा रहा था
कभी उसके खिलाफ कोई गठबंधन बना ??
नही ।।
दंगे फसाद पहले खूब होते थे
रोजाना कर्फ्यू
कभी उस को रोकने के लिए कोई महागठबंधन बना ??
नहीं ।।
जात पात छुआछूत दशको से है
कभी उसे मिटाने के लिए कोई महागठबंधन बना ??
नहीं ।।
सुबह से शाम हो जाएगी लिखते लिखते
इन देश की समस्याओं पर
पर देश के लोगो की
किसी भी एक समस्या के निवारण में लिए
ये लोग कभी इकठे नही हुए
तो सोचने का विषय है:
की क्यों कहते है देश के लोगो को बचाना है इसलिए हम इकठे हुए है
अगर देश के लोगो को उनकी समस्याओं से बचाना
था तो आज तक गठबंधन क्यों नही किया ।।
कभी गरीबी हटाओ , भरष्टाचार , बेरोजगारी हटाओ
आतंकवाद हटाओ , किसानों की समस्याओं को हटाने के नाम पर इन लोगो ने गठबंधन नही किया ।।
किया तो तब जब ये सब के अपने अस्तित्व खत्म होने लगा , इनकी दुकाने बन्द होने लगी , तब ये इकठे हुए
समस्याओं को हटाने के लिए नही
सिर्फ
मोदी हटाने के नाम पर ।।
देश की समस्या इनके लिए कोई समस्या नहीं
इनकी असली समस्या है
खुद की समस्या
इसलिए सब एक सुर में
बोल रहे हैं
“मोदी हटाओ ”
आपको फैसला करना है कि इनकी दुकानें चलानी हैं या बंद करनी है ??
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